भारतलीक्स,आगरा:- सावन के तीसरे सोमवार पर ताजमहल एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया । है। सात अजूबो में से एक ताजमहल की दुनिया दीवानी है। इसके दीदार को देश से लेकर विदेश तक के सैलानी दूर से आते हैं। सावन के तीसरे सोमवार को एक महिला द्वारा मुख्य मकबरे के गुम्बद पर गंगाजल चढ़ाने का दावा किया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्य गुम्बद पर चढ़कर भगवा रंग के कपड़े को हाथों में लेकर लहरा दिया है । ताजमहल पर भगवा लहरते ही मौजूदा सुरक्षाकर्मियों में भगदड़ मच गई और महिला की तुरंत गिरफ्तारी कर ली गई है।
ताजमहल पर गंगाजल चढ़ाने और भगवा कपड़ा लहराने वाली महिला की पहचान अखिल भारतीय हिन्दू महासभा प्रदेश मीना राठौर के रूप में हुई है। महिला का दावा है की उसके द्वारा मकबरे के मुख्य गुंबद पर गंगाजल चढ़ाया गया जिसे वह पानी की बोतल में भरकर अपने साथ लेकर आई थी । उसके बाद महिला द्वारा भगवा रंग की चुनरी को मुख्य गुम्बद पर चढ़कर हाथों में लेकर लहराया गया है।
पहले सोमवार कावर चढ़ाने पहुँची थी ताजमहल
सीआईएसएफ द्वारा गिरफ्तार करी गई महिला मीना राठौर सावन के पहले सोमवार को कावड़ लेकर ताजमहल पहुँची थी। मीना राठौर द्वारा ताजमहल पर कावड़ चढ़ाने की जिद करी जा रही थी। सीआईएसएफ सुरक्षा कर्मियों द्वारा महिला को बाहर ही रोक दिया गया था। भारी संख्या में हिंदूवादी संगठन के नेता भी मौके पर पहुँचे थे और ताजमहल को तेजो महालय बताते हुए पूजा अर्चना करने और कावड़ चढ़ाने की जिद पर अड़े हुए थे।
दो दिन पहले दो युवको ने चढ़ाया था गंगाजल
दो दिन पूर्व ही ताजमहल पर मथुरा के दो युवक पानी की बोतल में गंगाजल भरकर साथ ले गए थे। मकबरे की मुख्य गुम्बद पर गंगाजल चढ़ाते हुए उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। गंगाजल चढ़ाते समय सुरक्षा कर्मियों ने देख लिया और मौके से दोनों युवकों की गिरफ्तारी कर ली गई थी। गिरफ्तार किए गए दोनों युवक भी हिंदूवादी संगठन से जुड़े हुए थे।
ताजमहल में जल चढ़ाने की क्या है वजह
पुरानी मान्यताओं के अनुसार ताजमहल एक स्मारक नहीं यह एक शिव मंदिर है। जिसका नाम तेजो महालय रखा गया है। शिव मंदिर पर जल चढ़ाने के लिए सनातनी ताजमहल जाते हैं ।और वहां पर जाकर अपने तेजो महल में स्थित शिव मंदिर में स्थित शिव की मूर्ति पर जल चढ़ाते हैं । लोगों का मानना है कि इसी शिव मंदिर पर ही यह ताजमहल और मकबरा बनवा दिया गया है।
कोर्ट में चल रहा है मामला
ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय रखने की तैयारी चल रही है । जिसको लेकर विचार किया जा रहा है । जिसके बाद यह मामला कोर्ट तक पहुंच गया। मामला कोर्ट में भी चल रहा है । उम्मीद है कि जल्दी ही ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय रखा जा सकता है।