भारतलीक्स,आगरा:- जहां योगी सरकार के द्वारा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर नए-नए कानून व्यवस्था बनाने में लगी हुई है । वही सरकार के आदेशों को पलीता लगाती हुई जिला आगरा की पुलिस पर सवाल खड़े हो गए हैं । एक वीडियो वायरल में कुछ मनचलों ने घर जाती युवती के साथ शर्मशार करने वाली हरकते की । जिसका वीडियो एक सिपाही ने बना लिया । युवती के रास्ते मे मनचलों ने अकेला देख छेड़छाड़ शुरू कर दी। बाइक सवार शौहादो ने कई किलोमीटर तक युवती का पीछा किया। लात मारकर युवती को गिराने की कोशिश भी करी गई। वायरल वीडियो में देख कर लगता है कि जिला आगरा में अब कोई भी बहन बेटी सुरक्षित नहीं है ।
बेलनगंज निवासी एक युवती ताजगंज से एक युवती अपनी स्कूटी से बेलनगंज की ओर जा रही थी। रास्ते मे बुलेट और अन्य बाइको पर सवार शौहदो ने युवती को अकेला देख अश्लील फब्तियां कसना शुरू कर दीं। उसके बाद चलती राह पर बाइको से घेरकर काफी किलोमीटर दूर तक परेशान किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो का तुरंत संज्ञान लेते हुए एन्टी रोमियो टीम की महिला उप प्रशिक्षु प्राची चौधरी द्वारा तुरंत संज्ञान लेते हुए जाँच करी गई जिसमें एक बाइक पर दो युवक और अन्य दूसरे वाहनपर कुछ युवक दिखाई दिए। देर रात्रि बेलनगंज पुलिस देर रात पेट्रोल पंप तिराहे पर चेकिंग कर रही थी। तभी तेज रफ्तार बाइक आती दिखी जिसके रोका गया। मगर बाइक सवार पुलिस के रोकने पर भी नही रुके। पीछा कर दोनों बाइक सवारों को रोका गया तो दोनों युवक पुलिस से झगड़ा करने पर उतारू हो गए। दोनों युवकों को पकड़ कर थाने लाया गया जहाँ पूछताछ में उन्होंने अपना नाम यूसुफ अली पुत्र मनव्वर अली और फिरोज पुत्र नूर मोहम्मद बताए। वायरल वीडियो में शामिल दोनों यही दोनों युवक निकले। बाइक नम्बर भी यही निकला। पुलिस ने तुरंत दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कोलकत्ता जैसी घटना होने से सिपाही ने बचाया।
कोलकाता में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश मे उबाल है। जगह जगह धरना प्रदर्शन हो रहे हैं इसके अलावा जगह-जगह कैंडल मार्च निकल रहे हैं। देश की जनता में उस घटना के बाद से काफी उबाल है। आगरा में सरे राह हुई इस हरकत के बाद भी युवती की मदद के लिए कोई राहगीर आगे नही आया। अगर समय रहते आगरा ट्रैफिक सोशल मीडिया विभाग में तैनात राजीव कुमार मौके पर नही पहुँचते तो कोलकाता जैसी घटना आगरा में भी घटित हो सकती थी। आगरा तैनात एक सिपाही जिसका नाम राजीव बताया गया है उसकी समझदारी से यह घटना बच गई । वही पुलिस ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।
सीपी के आदेश हुए दरकिनार
रक्षाबंधन के त्योहार से एक दिन पूर्व आगरा सीपी द्वारा एन्टी रोमियो और सभी थाना प्रभारियों को सजक रहने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन हकीकत में सभी आदेश कागजी ही रह गए। त्योहार के मद्देनजर भीड़भाड़ भरे इलाको में चोरी से लेकर जेब कतरी की घटनाएं घटित हो गईं। अगर समय रहते सादा वर्दी में घर जाने के लिए निकल रहे सिपाही अपनी सजकता का परिचय न देता तो कोलकाता जैसी बड़ी घटना आगरा शहर में घटित हो सकती थी।