भारतलीक्स,आगरा:- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में चल रहे चार दिवसीय जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम बैच दिनांक 20 नवंबर 2024 से दिनांक 23 नवंबर 2024 तक संपन्न हुआ । इस कार्यक्रम के चौथे दिन सृजनात्मक कौशल की कला को विकसित करने हेतु ओल्ड से गोल्ड रचनात्मक कृतियों का निर्माण किया गया। जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिवस पर संस्थान के उप शिक्षा निदेशक/प्राचार्य पुष्पा कुमारी ने सभी शिक्षकों से कहा कि जीवन कौशल प्रशिक्षण में सीखें हुए समस्त कौशल को नई शिक्षा नीति के अनुसार कक्षा शिक्षण में बच्चों तक पहुंचाया जाएं । सेवारत प्रभारी डॉ० मनोज कुमार वार्णेय ने कक्षा शिक्षण में इन कौशल को शिक्षा में महत्वपूर्ण बताते हुए अपने सभी विद्यालयों के बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प शिक्षकों से लिया । प्रथम दिवस पर जीवन कौशल का अर्थ एवम महत्व, स्वजागरूकता कौशल का विकास किया गया। द्वितीय दिवस पर पारस्परिक संबंध कौशल का निर्माण कैसे करें और संप्रेषण की कला को विकसित करने के लिए अंक गतिविधि कराई जिसका सभी शिक्षकों के द्वारा आनंद लिया गया।
तृतीय दिवस पर भावना प्रबंधन, समानुभूति, तनाव प्रबंधन कौशल को संवेग अभिव्यक्ति गतिविधि द्वारा संचालित किया गया। चतुर्थ दिवस पर समस्या समाधान, निर्णय, समालोचनात्मक चिंतन कौशल के स्वरचित कहानी का निमार्ण कराया गया। जीवन कौशल प्रशिक्षण के अंतिम दिवस पर उप शिक्षा निदेशक प्राचार्य पुष्पा कुमारी द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
इस कार्यक्रम का संचालन नोडल प्रभारी लक्ष्मी शर्मा द्वारा किया गया। नोडल प्रभारी कल्पना सिन्हा ने आए समस्त प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम के समापन पर डॉ० प्रज्ञा शर्मा, यशवीर सिंह हिमांशु सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, यशपाल सिंह, अबू मोहम्मद आसिफ, संजीव सत्यार्थी तथा संदर्भदाता प्रियंका गौतम, माया शुक्ला उपस्थित रहे।