भारतलीक्स,आगरा:- यमुना पार के एक अस्पताल में ऑपेरशन के दौरान भारी लापरवाही का मामला सामने आया है। ऑपेरशन के बाद भी मरीज की तबियत बिगड़ने पर उसे शहर के दूसरे अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया गया। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस मौके पर पहुँची। कुंच देर बाद पुलिस की मौजूदगी में ही मरीज के परिजनों को पचास हजार रुपयों की राशि ऑनलाइन दिलवाकर जबरन राजीनामे पर उनसे साइन करवाने का भी आरोप लगाया है।
थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के अदिति मेडिकेयर सेंटर मे 21 जुलाई को पुष्पा देवी पत्नी प्रकाश चंद निवासी नारायच होली मोहल्ला का पित की थैली का ऑपेरशन डॉक्टर सुभाष सोनी द्वारा किया गया था। परिजनों का आरोप है कि ऑपेरशन के बाद भी पुष्पा देवी की तबियत में सुधार नहीं हुआ और वह लगातार बीमार बनी रही। टाँके कटवाने गए परिजनों ने इसकी शिकायत अस्पताल में करी। उन्होंने मरीज को शहर के दूसरे अस्पताल भेज दिया। इस बीच मरीज का पीलिया दिन प्रतिदिन बढ़ता रहा। टेस्ट और इलाज के लिए वहाँ भी मरीज के परिजनों से अस्पताल ने 18000 रुपये ले लिए गए। साथ ही यह जानकारी भी दी कि आपके मरीज का ऑपेरशन ठीक नहीं हुआ है। दूसरे अस्पताल से छुट्टी होकर घर वापस आने के बाद भी पुष्पा देवी को बुखार की शिकायत लगातार बनी हुई थी। अदिति मेडिकेयर पर परिजनों ने इसकी शिकायत करी तो डॉक्टरों ने मरीज को कहीं और ले जाकर इलाज कराने की बात कही गई। इस बात पर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। शिकायत पर पुलिस भी मौके पर पहुँच गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल पहुँचे पुलिस वालों ने मरीज के परिजनों को उल्टा डरा-धमकाकर राजीनामे का दवाब बनाया गया। ऑपेरशन करने वाले अस्पताल प्रशासन ने परिजनों के नम्बर पर ऑनलाइन पचास हज़ार रुपये ट्रांसफर किये और पुलिस ने उनसे कागज पर साइन करवा लिए गए। पैसे ट्रांसफर होने के बाद मरीज को एम्बुलेंस से इलाज के लिए जयपुर भेज दिया गया।
पूरे मामले में अस्पताल संचालक एके सिंह का कहना है कि हमारी तरफ से मरीज का ऑपेरशन बिल्कुल ठीक हुआ है। पैसे ट्रांसफर होने की जानकारी उनके संज्ञान में नही है।