भारतलीक्स,आगरा:- सोमवार को कैलाश मेला है। इस साल भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए मंदिर में कांवड़ियों को टोकन दिए जाएंगे। टोकन शनिवार से मिलने शुरू हो जाएंगे। टोकन पर पड़े नंबर के हिसाब से कावंड़िए शिवलिंग पर जल अर्पित करेंगे।
सावन के तीसरे सोमवार को कैलाश मंदिर पर मेला लगता है। इस दिन स्थानीय स्तर पर पिछले 75 सालों से अवकाश रखा जाता है। रूट डायवर्जन को लेकर पुलिस प्रशासन गाइडलाइन जारी कर चुका है। रविवार शाम से ही रूट डायवर्जन हो जाएगा। मंदिर पर दर्शन करने और जल चढ़ाने हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। सुबह से रात तक भीड़ लगी रहती है। इसी भीड़ में कांवड़िए भी जल चढ़ाने पहुंचते हैं। कांवड़ियों और भक्तों के बीच व्यवस्था बनी रही, इसके लिए मंदिर समिति ने कुछ फैसले लिए हैं। 10-10 के ग्रुप में भेजेंगे अंदर कैलाश मंदिर के महंत गौरव गिरी ने बताया कि इस बार 3000 से ज्यादा कांवड़ चढ़ने की उम्मीद है। मंदिर के पट सुबह तीन बजे खुल जाएंगे। कई कांवड़िए रात में ही पहुंच जाते हैं। वे सबसे पहले जल चढ़ाना चाहते हैं। इसके साथ ही भक्त भी सबह ही दर्शन कर जल चढ़ाना चाहते हैं। मुख्य द्वार पर ही पुलिस प्रशासन के साथ मंदिर समिति के सदस्य भी रहेंगे। 10-10 के ग्रुप में कांवड़ियों को अंदर भेजा जाएगा। टोकन सिस्टम की व्यवस्था की जा रही है। 10 कावंड़िए जल चढ़ाकर बाहर निकल आएंगे, फिर दूसरे 10 कांवड़िए अंदर भेजे जाएंगे। इससे भीड़ व्यवस्थित रहेगी। महिलाओं के लिए दो गेट से एंट्री की व्यवस्था की गई है। पुरुषों के लिए एक गेट से एंट्री होगी। बैरिकेडिंग की जाएगी। भंडारे मंदिर परिसर से बाहर रखे गए हैं। सबसे पहले होगा भांग का श्रृंगार रविवार शाम छतर पूजन किया जाएगा। सोमवार को सबसे पहले सुबह तीन बजे महादेव का भांग से श्रृंगार किया जाएगा। दोपहर दो बजे राजभोग लगाया जाएगा। शाम 6 बजे 51 तरह की मिठाइयों का भोग लगेगा। रात 9 बजे आरती होगी। इसके बाद रुद्राभिषेक किया जाएगा।