भारतलीक्स,आगरा:- शहर में चीनी के रोजे स्मारक के पास मकानों के अवैध निर्माण बदस्तूर जारी है। जबकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के नियानुसार भारतीय स्मारकों के दो सौ मीटर के अंदर तक किसी भी प्रकार के निर्माण पर पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। बावजूद इसके चीनी के रोजे स्मारक के पास मकानों से लेकर दुकानों तक अवैध निर्माण दर्जनों के हिसाब से हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि एत्माद्दौला स्मारक में एएसआई विभाग का ऑफिस मौजूद है। एत्माद्दौला स्मारक से चीनी के रोजे स्मारक की दूरी 300 मीटर है बावजूद इसके विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की नजर मकानों के अवैध निर्माण पर नही पड़ती। सूत्रों के हवाले से खबर यह है कि हर मकान के निर्माण पर कुछ सुविधा शुल्क निर्माण शुरू करने से पहले पहुँचा दिया जाता है। शुल्क पहुँचने के बाद मन मर्जी से दुकानों और मकानों के निर्माण बिना किसी अवरोध के चलता रहता है।
संरक्षण स्मारकों का या अवैध निर्माण वालो को
चीनी के रोजे स्मारक के पास हो रहे अवैध निर्माण को आखिर किसका सरक्षण प्राप्त है जो बेखौफ होकर लोग रोजाना के हिसाब से नियमो को तोड़कर अवैध निर्माण कराने में लगे हुए हैं। अवैध निर्माणों पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग आखिर क्यों चुप्पी साधे बैठा हुआ है। विभाग के लोग ही विभाग द्वारा बनाये गए नियमो का उलघन करवाने में लगे हुए हैं। 200 मीटर की परिधि में किसी भी प्रकार के निर्माण की रोक है तो फिर आखिर सरक्षण स्मारक का हो रहा है या फिर अवैध निर्माण करने वालो को सरक्षण प्राप्त है।