एक साथ उठे 14 शव, 5 भाइयो का परिवार हुआ खत्म

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भारतलीक्स,आगरा:- कल शाम हाथरस में हुए भीषण मैक्स वाहन और बस की टक्कर से महिलाओ और बच्चो सहित 17 लोगो की मौत हो गई। हादसे में 16 लोग घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए आगरा और अलीगढ़ के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

आगरा के थाना खंदौली क्षेत्र के सेमरा गाँव मे देर रात 14 शव पहुँचे। शवो को देख गाँव मे मातम छा गया। परिजनों की चीख पुकार से हर किसी का ह्रदय हिल गया। कल शाम हुए इस हादसे में पाँच भाइयो का परिवार एक साथ खत्म हो गया। दो लोगो के शवों को आँवलखेड़ा और एक शव फिरोजाबाद पोस्टमार्टम बाद पहुँचाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों को दो-दो लाख और घायलों को 50 हजार के मुआवजे की घोषणा करी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भी मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50 हजार मुआवजे की घोषणा करी गई है। इस ह्रदय विदारक घटना से हर किसी का मन विचलित हो उठा।

गाँव मे नही जले चूल्हे, दहशत में गुजरी रात

एक साथ 17 लोगो की हादसे में मौत की खबर जब सेमरा गाँव पहुँची तो सभी गाँव वाले घटना के बाद से हिल गए। पूरे गाँव मे किसी भी घर मे चूल्हे नही जले। जिसने भी एक साथ लाशों के अंबार देखा वह अंदर तक सिहर उठा। महिलाओ और बच्चो का रो-रोकर बुरा हाल था। कोई अपने मासूम बच्चे के लिए आँसू बहा रहा था तो किसी के आँसू अपने जवान बेटे बहु की लाश देखकर आंखों से सूख चुके थे।

एक ही परिवार के पाँच लोग हादसे के हुए शिकार

हाथरस चालीसवे में शामिल होकर वापस आ रहे लोग हादसे ल शिकार हो गए। हादसे में एक ही परिवार के मासूम सहित पाँच लोगो ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हामिद पुत्र चुन्नासी उम्र लगभग 25 साल, तबस्सुम पत्नी हामिद उम्र लगभग 22 साल, खुशबू पुत्री चुन्नसी उम्र लगभग 24 वर्ष, अयान पुत्र खुशबू उम्र लगभग डेढ़ वर्ष,सोएब पुत्र हामिद उम्र 3 वर्ष। भीषण हादसे में चुन्नासी का पूरा परिवार खत्म हो गया। चालीसवे के कार्यक्रम में शामिल होने नही गए इसलिये दोनों हाथों से अपाहिज चुन्नासी पुत्र नसीम अली उम्र लगभग 45 वर्ष, चुन्नासी की पत्नी फुलबानो उम्र लगभग 42 वर्ष और चुन्नासी का बेटा अनीश उम्र लगभग 20 वर्ष। पूरा परिवार मजदूरी करके अपना परिवार चलते थे।
मजदूरी करते थे।

मुम्बई से रात में निकले केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल

केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल क्षेत्रीय विधायक धर्मपाल सिंह के साथ मुम्बई में थे। घटना की जानकारी होने पर वह रात में ही मुम्बई से आगरा के लिए निकल लिए थे। डीएम को रात्रि में ही शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करवाने के आदेश दिए साथ ही एसएन अस्पताल के प्रिंसीपल को फ़ोन कर सभी घायलों के परिजनों पर किसी प्रकार का भार न पड़ने देने और बेहतर इलाज करने के आदेश दिए। एसपी सिंह बघेल के साथ मंत्री पुरुषोत्तम खंडेलवाल सेमरा गाँव पहुँचे। मंत्री एसपी सिंह बघेल में मृतकों के परिजनों को गले लगाकर उन्हें संवेदना प्रकट करी। शवो के साथ खुद कब्रिस्तान तक पहुँचे और सभी मृतकों की रूह को जन्नत बक्शे जाने की दुआ माँगी। साथ ही किसान बीमा से 5 लाख और जिन लोगो का जीवन ज्योति बीमा था उन्हें खुद वकील करके दुर्घटना का क्लेम दिलाये जाने का जिम्मा भी उठाया है। कब्रिस्तान पहुँचने के बाद सभी के शवों को सुपुर्द ए खाक किया गया।

हादसा या फिर लापरवाही आखिर क्या रही वजह

हाथरस मैक्स और बस टक्कर हादसे में काल के गाल में 17 लोग समा गए। इस हादसे के बाद एक बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि यह सिर्फ एक हादसा है या फिर लापरवाही !
एक ही गाड़ी में 33 लोग सवार होकर आगरा से हाथरस तक चालीसवे में शामिल होने पहुँचे और उसी वाहन में सवार होकर वापस आगरा की ओर आ रहे थे तभी अचानक से यह हादसा हो गया। आखिर कैसे आगरा से लेकर हाथरस तक एक लोडिंग वाहन में सवार होकर जाने वाली इतनी सवारियाँ पूइस8को नही दिखी। अगर समय रहते पुलिस ने अपनी ड्यूटी निभाई होती तो इतना बड़ा हादसा होने से टल सकता था। हाईवे पर हर समय पुलिस वाहनो की तलाशी में तैनात रहती है फिर कैसे भला ये मुमकिन है कि इस लोडिंग वाहन पर किसी पुलिसकर्मी की नजर नही पड़ी। हादसे बाद ही पुलिस विभाग नींद से जागता है कुछ समय तक सड़को पर जोरदार अभियान चलता है फिर वापस ठंडे बस्ते में चला जाता है। कब तक आखिर ऐसे ही मासूमो की बलि इन हादसों में चढ़ती रहेगी और कब तक पुलिस कागजी कार्यवाही का ढिंढोरा पिटती रहेगी ?

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